Cheenti Ka Sangharsh – चींटी का संघर्ष – Best Motivational Story 2023

यह कहानी है (Cheenti Ka Sangharsh) चींटी का संघर्ष के बारे में। एक दिन जंगल में एक चींटी अपने रहने के लिए घर ढूंढ रही थी। लेकिन उसे सुरक्षित और अच्छा जगह नहीं मिल  रहा था, वह किसी अन्य जंगल में भी जा सकती थी, लेकिन उसे अपनी माँ की चिंता थी।

वो सोचती थी की अगर मैं किसी और जंगल में चली जाउंगी फिर उन्हें कोई दिक्क़त या परेशानी होंगी तो उस वक़्त मेरी माँ की मदद कौन करेगा। वो नहीं चाहती कि उसकी मां जो उसे संभालती थी, अब बुढ़ापे में उसकी माँ को सम्हालने वाला कोई ना हो।

Cheenti Ka Sangharsh

इसलिए उस चींटी ने उसी जंगल में अपना घर बनाने का फैसला किया। वह जंगल में एक अच्छे और सुरक्षित जगह की तलाश में आगे बढ़ती रही और एक वृक्ष के पास पहुंची। उसे वो जगह अच्छा लगा और उसने वहाँ ठहरने का फैसला किया।

उसने देखा कि वह वृक्ष काफी घना और बलवान है। इसलिए उसने उस वृक्ष के ऊपर ही अपना घर बनाने का फैसला किया। लेकिन जब वह अपना घर बना रही थी, तब वह यही सोच रही थी।

की मैं किसी और के लिए जिंदगी में कुछ कर नहीं सकती हूँ, क्योंकि मैं इतनी छोटी जो हूँ, कौन मेरे से मदद मांगेगा, इसलिए अपने माँ के लिए ही कुछ कर लू।

घर बन जाने के बाद चींटी अपने माँ के साथ उस घर में रहने लगी और अपनी माँ के लिए रोज खाना का उपाय करती रही। कुछ समय बाद, उस जंगल में एक भयंकर बाढ़ आ गई। वह चींटी अपने घर में सुरक्षित बैठी थी।

वह बैठे बैठे देख रही थी की जंगल के सभी जानवर अपनी जान बचाकर इधर उधर भाग रहे थे, उसे ये सब सब देख कर अच्छा नहीं लग रहा था और अपने मन में ही उन सब का मदद करने की सोच रही थी की ऐसा क्या करू की सभी जानवर इस बाढ़ से बच जाये।

फिर थोड़ी देर बाद उसे एक उपाय सुझा, और वह अपने घर से निकली और बाढ़ से बचने के लिए दूसरे प्राणियों की मदद करने लगी। वह चींटी के रूप में छोटी थी, लेकिन उसका साहस बहुत बड़ा था। वह जंगल में फैली हुई कठिनाइयों के साथ लड़ने के लिए तैयार थी। (Cheenti Ka Sangharsh )

उसे एक जगह दिखा, और वहाँ एक बाँध बनाने का काम शुरू कर दिया। उसे ऐसा लग रहा था की यहाँ अगर मैं एक बांध बना दूँ तो जंगल के अन्य प्राणी को इस भयंकर बाढ़ से बच जाएँगे।

और उसने अपने जोश, लगन और निष्ठा से बांध बनाना चालू किया उसको देख कर बाकि जानवर भी बांध बनाने के काम में लग गए और देखते ही देखते एक अच्छा बांध बन गया। और धीरे धीरे बाढ़ की पानी कम हो गया। जिससे काफ़ी सारे प्राणियों की जान बच गई और उसे अपनी मेहनत में सफलता मिली।

बाढ़ के बाद, जंगल में शांति ही शांति फ़ैल गई,  सभी प्राणी चींटी धन्यवाद दिया। चींटी की निष्ठा और साहस ने सबको प्रभावित किया। वह जंगल के अन्य प्राणियों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गई।

कहानी से शीख: 

यह कहानी हमें सिखाती है कि चुनौतियों से कैसे निपटा जाए। जब भी आप जीवन में एक चुनौती से लड़ने के लिए खड़े होते हैं, तो आपको अपने आप को मजबूत रखने की आवश्यकता होती है।

आपको साहस और निष्ठा के साथ उस चुनौती से निपटना होगा। जीवन की हर चुनौती का सामना करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन आपके पास उससे निपटने की शक्ति होनी चाहिए । आपको सिर्फ इस बात की आवश्यकता है कि आप खुद पर विश्वास करें और निरंतर काम करें।

अगर आप आशा के साथ दृढ़ता और संकल्प से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, तो आप सफल होने के लिए तैयार हो जाते हैं। इसलिए, जब भी आपको जीवन में कभी चुनौती का सामना करना पड़े, तो अपने आप को समझदारी से और उन्नति के साथ अपनी मंजिल तक पहुंचाने के लिए प्रेरित करने वाली कहानियों से प्रेरणा लें।

एक सफल इंसान वह होता है जो अपनी निरंतर कोशिशों से हर चुनौती का सामना कर सकता है। जब आप दृढ़ता से काम करते हैं तो सफलता आपके कदमों में आती है।

अवलोकन : rshindi.com के द्वारा बताई गई (Cheenti Ka Sangharsh) चींटी का संघर्ष की कहानी आपलोगो को कैसी लगी हमें comment कर के जरूर बताये

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